सोने से बनी हो ख्वाबों की परी हो दिल की खरी हो रत्नों जड़ी हो मोतियों की माला सी खिलती हो गुलाबों की खुशबू तुम में समाई लगता कोई अप्सरा इत्र में हो नहा के आई हो ©Dr Supreet Singh #प्यार_का_इजहार