आरज़ू है किसी के साथ बैठ कर बाते कर सके इसीलिए जाकर पहाडों की दुनिया में अकेले जाकर बैठ गये नहीं है कोई साथ जो दर्द को आधा कर सके इसलिए हवाओं के आहट के किनारे जाकर बैठ गये चुपचाप बैठे है ताकि खुद से बाते कर सके इसलिए दुनिया से दूर किसी अन्जान किनारे पर आकर बैठ गये आया एक हवा का झोंका मेरे पास ताकि मुझसे बात कर सके और वो भी हमारे साथ दर्द- ए- तन्हाई की बात लेकर बैठ गये बहुत से तरीके अपनाए हवा ने ताकि हमे थोड़ा समझा सके लेकिन हम भी आँखो में आँसू लिए उसके कंधो पर सर रख कर बैठ गये आये थे यहां ताकि सब कुछ भूल कर मन हल्का कर सके लेकिन फिर दुबारा उनकी ही यादो की किताब को खोल कर बैठ गये ✍️ ✍️ Dimple Panchal