◇\◆''परकटे *परिंदे*….. *परवाज़* ढूंढ़ *रहें* है .. .. . मेरे *शहर* के *गूंगे*….. *आवाज़* ढूंढ़ *रहें* हैं .. ... .. . , *हम* यूँ ही नहीं *देखते*….. तुझें *टकटकी* लगाए .. .. . *तुझमें* अपने *मर्ज़* का….. *इलाज़* ढूंढ़ *रहें* हैं .. ... .. . !!''◇/◆ #. Đį*ß&æ... ©anurag amii dumb..