जब पास थीं तो सूरज थीं मेरा तुम अब दूर हो तो सितारा बन गयी हो, जब पास थीं तो सच थीं मेरा तुम अब दूर हो तो फ़साना बन गयी हो । अपनी मोहब्बत पर शक ना तब था, ना आज है मुझे, तब तुम मंज़िल थीं मेरी, अब मुझे आवारा कर गयी हो । ©Anonymous #someone_special