Nojoto: Largest Storytelling Platform

आख़िर ये मोहब्बत तुम्हारे लिए थी क्या? सिर्फ़ एक ल

आख़िर ये मोहब्बत तुम्हारे लिए थी क्या?
सिर्फ़ एक लम्हा, एक हसीन ख्वाब, या
सिर्फ़ वक़्त का गुज़रना?

क्यों थक गए क्या ?
मोहब्बत मोहब्बत करते फिरते हो,
कभी मोहब्बत करके देखो न
जिस्म की परछाई में गोते तो खूब लगाएं है
कभी इश्क़ में मर के भी देखो न
क्या हुआ वो चली गई ?
क्या उसे अब फ़रेबी बुलाते हो ?

©बदनाम मोहब्बत
आख़िर ये मोहब्बत तुम्हारे लिए थी क्या?
सिर्फ़ एक लम्हा, एक हसीन ख्वाब, या
सिर्फ़ वक़्त का गुज़रना?

क्यों थक गए क्या ?
मोहब्बत मोहब्बत करते फिरते हो,
कभी मोहब्बत करके देखो न
जिस्म की परछाई में गोते तो खूब लगाएं है
कभी इश्क़ में मर के भी देखो न
क्या हुआ वो चली गई ?
क्या उसे अब फ़रेबी बुलाते हो ?

©बदनाम मोहब्बत