अपना दर्द भूल जाती है, देने खुशी ,औलाद को हर ग़म सीने से लगाती है जिसकी ऊंचाइयों को न नाप सके कोई वो आसमां है, दुख के धूप की शीतल छांव , प्यार और ममता से परिपूर्ण वो एक शब्द ,,, हां वो शब्द मां है। ©Ritu shrivastava #Maa_love