Alone तुम्हारी फ़िक्र होती है, पर अब वैसी नहीं होती। तुम्हारी याद भी होती है, पर अब वैसी नहीं होती। तुमसे इश्क़ तो वैसा ही है, पर अब फ़िक्र वैसी नहीं होती। तुम्हारी तस्वीरें अब भी हैं, पर अब इनमें रूह नहीं होती। दिन तो वैसा ही होता है, पर अब रात वैसी नहीं होती। ...गौतम #tumhaari fikr