वो लट जो तेरे रूख़सारों पर बार बार आ जाया करती थी। सचमुच फिसलती थी या बस मुझको नखरें दिखाया करती थी।। ख़्वाब कह कर अपना मुझको, तुने रातें कई सजाई थी। सचमुच ख़्वाब था मैं तेरा या बस मुझको ख़्वाब दिखाया करती थी।। #NojotoQuote ख़्वाब 😊