भावनाओं की आंधी लेकर चल रहे निर्गम पथ में एक बार खुद से पूछो... क्या चल रहा है अंतर्मन में... उमड़ रहे जो बादल मन में चिंतन सलिल बरसने को, एक बार खुद से पूछो... क्यों भूल गए तुम ठहकने को... रुका नहीं समय कभी भी कब ? स्वयं को तैयार किया, एक बार खुद से पूछो... कितना खुद से प्यार किया... नहीं मिला जो फूल तुम्हे तो क्यों भर कर बैठे हो मन में एक बार खुद से पूछो... कोटिश फूल हैं मन-वन में... एक बार खुद से पूछो... क्या चल रहा है अंतर्मन में... सुप्रभात। प्रस्तुत है, Aesthetic Thoughts की ओर से प्रेषित किया गया यह #collab #ख़ुदसेपूछो #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #भावनाओं_की_आंधी #yqbaba #yqdidi #instawriters #thoughtfull भावनाओं की आंधी लेकर