(दर्द एक लड़की होने का) माता पिता का लड़के से प्यार और लड़की से, दुर्व्यवहार इस दुनियां में कब तक चलेगा???? अाज भी भेद भाव किए जाते हैं, लोग समझ रहे हैं कि वो बहुत मॉडर्न भारत में रहते हैं। पर्दा प्रथा में आज भी कई लड़कियों की जान चली गई, लड़की से कहते है सब की घूंघट नहीं किया क्यों , तू अब इतनी बेशरम हो गई। घर के है भेड़िए उसकी आबरू खेलते हैं, अरे कल ही के अखबार में पढ़ा मैने, कैसे भाई सगी बहन की इज्जत उतारते हैं। मन कटुता से भर गया है कैसी ये नफ़रत की खाई है, बेटी से कहते है सब तू पराए घर से अाई है। इन दुष्टों पर अब तू ही मां प्रहार कर??? घोर कलयुग छाया है अपनी बेटियों की पुकार सुन। कानून तो अंधा है कैसे उस पे विश्वास करू, चार दिन में छूटा आरोपी फिर से एक बेटी को जलाने, कैसे में कहूं मैं हे ! धरती माता कि मै भी आजाद हूं। (Saras.k27jl) #कड़वासच