अपनी बहन के लिए शेर हो तो दूसरों की बहन के लिए भी शेर बनो,,अगर किसी बेटी या बहन को तुम्हारी वजह से रास्ता बदलना पड़े तो गली के कुत्ते और तुम मे कोई फर्क नही•••• कोई लड़की आपसे जुड़ती हैआपके संस्कार देखकर ,,, अच्छे संस्कार नहीं मिलते किसी दुकान पे, ये तो वो धरोहर जो अपने परिवार के माहौल और बड़ो से मिलता है,,,,,,जरूरत है आज की पीढ़ी को संस्कार सीखने की , यही तो है सीख चरित्र को बेहतर बनाने की ! कपड़ों से किसी के संस्कार की पहचान नहीं होती,भले ही ना हो सर ढका तो क्या वो लड़की लायक सम्मान की नहीं होती ? अक्सर लड़के भी बेहतर भविष्य के लिए घर से दूर चले जाते है , इसका आशय ये तो नहीं कि वो अपने घर के संस्कार भूल जाए , हम लडको को सिखना होगा कैसे ? नारी का सम्मान होता है, और लड़कियों को सीखना कैसे ? मायका और ससुराल दोनों ही उसका मान होता है ! संस्कार तो वो पौधा है जो अच्छी सोच और आचरण से बड़ा होता है , संस्कार से ही तो मानव अच्छे चरित्र के साथ समाज में खड़ा होता है #प्रबोध प्रतीक #जय हिंद🇮🇳🙏 #RespectWomen ©Prabodh Prateek #Smile