मैं जमीं को जमीं, आसमां को आसमां लिखता हूं। मैं आईना हूं, सच्ची दास्तां लिखता हूं। फर्क नहीं पड़ता, दुनिया क्या समझती है मुझे। हूं बेबाक और मस्तमौला, मै खुद को बादशाह लिखता हूं। © Prateekjackie #shayari#mastmaula#hindi#nojoto