वक्त कभी भी ना रूकता है, ना थकता है, किसी के लिए, वक्त का सफ़र, मुसलसल चलता रहता है, सभी के लिए। गुमनाम सी मंजिलें हो चाहे, जाने-पहचाने से रास्ते हो, साथ सारे अपनों का हो या साथ कोई अनजाने का हो। वक्त का दरिया, हरपल बहकर बस यही कहता रहता है। वक्त के संग बहकर ही, जिंदगी में खुशियां पा सकते हैं। जिंदगी में विश्वास और उम्मीदों को हमेशा बनाए रखो। जीवन में कभी हार न मानो, वक्त के साथ चलना सीखो। प्रतियोगिता. 4 विषय _ वक्त का सफर पंक्तियांँ _ 8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें 🌈 कोलैब करने के पश्चात कमेंट में Done लिखें । 🌈समयावधि_ 3 नवंबर रात 12:00 बजे तक