White बड़ी बेशरम होती है ये शर्म केवल महिलाओं के लिए लागू होती है लज्जा का पाठ पढाया जाता है ढोंगी संस्कार सिखाया जाता है अपने ही घर में मेहमान बताया जाता है नई रीति-रिवाज और हजारों ढोंग इन सबका भ्रमार मचाया जाता है आये दिन इनको सताया जाता है ये वक्त है कदम उठाने का कुछ आगे कर जाने का शिक्षित होकर ,ज्ञान जुटाने का फिर महिलाओं को आगे आने का धीरे धीरे जब आवाज उठेगी इनकी तब आवाम जगेगी एक कदम तुम साथ निभाओ आगे हम स्वयं चल जायेंगे वरना सदियों से जिस दलदल में हैं वहीं पे फंसकर रह जायेंगें है उत्थान हमें खुद का करना हम आवाज जरूर उठायेंगें।। ©Shilpa Yadav #Thinking #women#स्त्री#महिला#shilpayadavpoetry#women_equality ANOOP PANDEY Vishalkumar "Vishal" Yogendra Nath Yogi Bhardwaj Only Budana Santosh Narwar Aligarh (9058141336)