White जाना तो बहुत दूर पर मंजिल का पता नहीं शायद तुमसे मुलाकात हो हूं मैं राही चलना मेरा काम आपकी एक छलक को हम तरसे बहुत है शायद ये दूरियां अब कम हो जाए यही उम्मीद है वरना जाना बहुत दूर पर मंजिल का पता नहीं हूं मैं राही चलना मेरा काम ! ©Prashant Maurya #sad_qoute हूं मैं राही चलना मेरा काम ! Anusha choudhary परिंदा Nîkîtã Guptā zindagi sad shayari alone shayari girl