सिफारिशें अज़ान सी आवाज़ उसकी, उर्दू सी मीठी ज़ुबान... मुकम्मल हो मोहब्बत जैसे, वो सुनता होगा ज़ुबान पे आये, नमाज़ में नाम तुम्हारा... सिफारिशें तुमने भी की होगी, ताबीज़ गले मैं नाम के मेरे, काले धागे में पिरोया होगा... रुबरु हो तो, रूह से पूछूंगा तुम्हारे... खुदा था मेहरबान, या सिफारिशें थी तुम्हारी... क़ुबूल किया खुदा ने, इश्क़ मेरा मंजूर... ©Shubham Kumar सिफारिशें... #chaand