माना की किस्मत ने जो दिया .......उसका कोई हिसाब नही । मगर जो छीना वो बेहिसाब था कल तक जो मेरी ज़िन्दगी का हिस्सा हुआ करती थी ........... आज वो किस्सा बनकर यादों में सिमट गई। माँगना चाहूँ भो तो रब से क्या मांगू उसे... वो तो बस दुआ बनकर रह गई। ©N.k kashyap I miss you maa