सपनों की और खुशियाँ की पेटी बंद है, एक सुनहरी चाबी से, खुलेगी केवल, चाबी और मेरे मेहनत की बराबरी से, टूटते है अक्सर ताले चाबी खोने पर, पर है हम सौदागर, तोड़ देंगे उस ताले को, हौसलों की हथोड़ी से तोड़ने वाले,. सपनों की और खुशियाँ की पेटी बंद है