Nojoto: Largest Storytelling Platform

#सच्ची-मित्रता इसमें कोई संदेह नहीं कि दोस्ती एकदम

#सच्ची-मित्रता
इसमें कोई संदेह नहीं कि दोस्ती एकदम से अलहदा रिश्ता होता है। इसे हम आप खुद बनाते हैं, इसमें सिर्फ प्यार और भरोसे की ही तो जरुरत होती है।

एक गाँव में वयोवृद्ध हो चुके मटकू और भटकू की सच्ची मित्रता उस इलाके में किसी से छिपी नहीं थी। दोनों ने बचपन से लेकर बुढ़ापा तक... जीवन में न जाने कितने ही उतार चढ़ाव देखें लेकिन, दिनों दिन दोस्ती और मजबूत होती गई। उस इलाके के लोग उनकी पक्की दोस्ती की मिसाल देते थे।

सच में, सच्चा मित्र वही है जो आपके अतीत को समझता हो... भविष्य में विश्वास रखता हो... सुख दुख में शामिल होता हो... और... आप जैसे हैं... वैसे ही आपको स्वीकार करता हो...।

स्कूल के दिनों से ही दोनों मित्र फुटबॉल खेलने के बहुत बड़े शौकीन थे। अगर, अपने गाँव से बाहर दूसरे गाँव में भी फुटबॉल मैच होता तो, दोनों को मैच खेलने के लिए जरूर बुलाते थे।

एक दिन अचानक मटकू बीमार पड़ गया। महीनों इलाज़ होने के बावजूद स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हो पा रहा था। परिवार के सभी सदस्य व बचपन के मित्र भटकू चिंतित थे।

मटकू लगभग मरणासन्न अवस्था में था... मानो सब यमराज के आगमन की ही प्रतिक्षा कर रहे हों। मटकू की हालत बिगड़ता देख, अपने आप को संभालते हुए भटकू ने अपने मित्र मटकू के सिर पर हाथ फेरते हुए कहा, "मित्र, तुम्हें कुछ नहीं होगा, लेकिन, नियति को कोई टाल तो नहीं सकता है। अगर ऐसा होता है तो, स्वर्ग में पहुंचकर मुझे भी जल्द बुला लेना... और हाँ, वहाँ पहुँचते ही जरूर बताना कि वहाँ फुटबॉल खेला जाता है या नहीं...!"

कुछ घंटों के बाद ही एक झटके में 80-85 वर्षों का साथ छूट गया। नम आँखों से अपने मित्र को पंचतत्व में विलीन कर दिया।

भरा-पूरा खुशहाल परिवार होने के बावजूद भटकू खुद को असुरक्षित, असहाय, अकेलापन महसूस करने लगा था। सच में, अकेलापन दुनिया की सबसे बड़ी सजा है। खाने पीने की भूख मर गई थी। भटकू चुपचाप एक कोने में खाट पर पड़ा रहता था। कुछ दिनों बाद भटकू भी बीमार पड़ गया।

लगभग एक महीने के बाद, स्वर्गवासी मित्र मटकू, भटकू के सपने में आया और बोला, "मित्र, मेरे पास दो समाचार हैं... एक अच्छा और दुसरा बुरा...! बताओ, पहले कौन-सा सुना दूँ...!"

भटकू बोला, "मित्र, पहले अच्छा वाला समाचार सुनाओ...!"

तब स्वर्गवासी मित्र मटकू बोला, "परम आनंद की बात है कि स्वर्ग में भी फुटबॉल खेला जाता है...!"

"...और दूसरा बुरा वाला समाचार क्या है...?" भटकू ने थोड़ा मायूस होकर पूछा...!

मटकू बोला, "मंगलवार के होने वाले फुटबॉल मैच में तुम्हें गोलकीपर बनना है...!" 🤣🤣?

©Alok Ranjan
  #सच्ची-मित्रता
alokranjan8225

Alok Ranjan

New Creator

#सच्ची-मित्रता #ज़िन्दगी

106 Views