अल्फ़ाज़ खो जाते हैं हमारे जब कोई बात रूह से होकर गुजरती है ख़ामोश हम यूंही बैठें रहते हैं और अश्क नैनों से होकर बहती है #Alfazz...kho jaate h mere... when I am suffering from #SocialEvils