जरूर तुमको किसी ने दिल से पुकारा होगा एक बार तो चाँद ने कभी तुमको निहारा होगा मायूस हुए होंगे सितारे भी उस दिन खुदा ने जब जमीन पर तुमको उतरा होगा ये मेरा लख्ते जिगर है uzari hasna