लोग बीवियों के ऊपर जोक्स बनाते हैं हास्य कविता बनाते हैं। आज मेरी यही कविता उन सभी के लिये है। जो औरत को सिर्फ घर चलाने वाली बीवी मानते हैं उससे ज्यादा कुछ नही।
पाना चाहती हूँ मैं।
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छोड़ अपनों को परायों के बीच आती हूँ मैं।
बस तभी बच्ची से बड़ी बन जाती हूँ मैं।
जब आफिस तनख्वाह के लिये जाते हो तुम। #दिल