चेहरा है या चाँद खिला है, कोई खूबसूरत बला का चेहरा है या चाँद खिला है, इन आँखों को फिर से ये कैसा अब दिदार मिला है, कोई भी कमी नही है उसके अब इस नूरानी चेहरे में, दिल को न जाने अब कैसा इश्क़ का ये रोग मिला है। -SBhuPEndRA- #Chand #love #मेरेफ़साने #मेरेअल्फ़ाज़ #मेरिमोहब्बत #मेराअंदाज़ #तेरेबिनाज़िन्दगी #रहनाहैतेरेदिलमें