सलामती की दुआ सदा शामिल रहे,हर खुशी में मेरी महबूबा! करामाती हैं वो एक दिन फोन नही उठाती,मैं सारा रात नींद जानबूझकर तोड़कर राह देखता,मगर कॉल उस दिन नही तड़पाती हैं मेरी वफ़ा। Meri mahbubaa