चाहे कितनी भी बुरी तरह दिल टूटा हो दोबारा जुड़ सकता है और जब टूट कर फ़िर दिल जुड़ता है तो उसे कोई तोड़ नही सकता,हौसला कितना भी कमज़ोर पड़े उसे मज़बूत बनाया जा सकता है,दर्द कितना भी गहरा हो ठीक हो सकता है आप बदल सकते हैं फ़िर से बस यक़ीन रखिये की ऐसा संभव है।। ©Talat Arooz #जीतनाजरूरीहै #IFPWriting