नारी के अनेकों रूप, कहीं छांव कहीं धूप।। माँ में त्याग की देवी, बहन में प्यार का प्रतिरूप। बेटी में अधिकार का त्याग, पति में सेवा का स्वरुप ।। हर सफलता के पीछे है नारी, बिना नारी नहीं पुरुष । इंदिरा गांधी , सरोजनी नायडू, किरण बेदी, का देखा है सबने जौहर।।नारी क्या नहीं कर सकती है , मत आंको उसे कमतर। मां सावित्री, अनसुईया, लक्ष्मी, दुर्गा, की कथा है अमर।।नारी का सम्मान करो, नारी है पुरूषों से बेहतर।। यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता। मनोज कुमार (नवीन) Mahila diwash #manoj#naveen