Red sands and spectacular sandstone rock formations #मायूस जिंदगी तुम मुझे भी कोई मुकाम दे दो, थक गया हूं मैं थोड़ा मुझे आराम दे दो, मेरी खुशी में तो तुम शामिल न हो सके, मगर मेरे दुखों को तो अपना नाम दे दो, तुम मशहूर हो बेवफाओं की महफिल में, मेरे हिस्से भी कोई तो किस्सा आम दे दो, बेरोजगारी की जिंदगी जी रहा हूं साहब, मालिक मुझे कोई छोटा-मोटा काम दे दो, मोहब्बत में जो आशिक परेशान बैठा है, खुशी-खुशी उसे कोई दो घूट जाम दे दो, शर्मा निखिल थोड़ा मायूस सा हो गया है, मेरे जीवन में एक खुशी वाली शाम दे दो| ©शर्मा निखिल #Sands हिंदी कविता कविताएं कविता कोश