किस ओर चला ये मानव अब सोच से भी घिन आती है, बर्बरता की सीमा तुमसे कैसे लांघी जाती है ।। साहस न था मुझमें, उन शब्दों को भी पढ़ने का, कैसे निर्मम ह्रदय से तुमने उसके संग, गर्भ मतंग को मारा था। कैसे गिर सकता है मानव इतना, अब तो सोच के भी घिन आती हैं ।। #RIPHUMANITY #elephant #Cruelty #nojoto #nojotohindi