कोरोना का प्रकोप। आधुनिक युग, आधुनिक लोग ना जाने क्या क्या करते प्रयोग आज इन्ही कर्मों के कारण हैं झेल रहे कोरोना का प्रकोप कहीं मरीज, कहीं है लाश कहीं नहीं अपनो का आश कहीं दूर तक जाके देखो दिखता है हर सड़क वीरान कहीं आक्सिजन की कमी के कारण अस्पतालों में है मर रहा इन्सान अब पुत्र को नहीं पिता की पहचान हर माता का अब हो रहा अपमान तभी तो कोरोना के नाम पे करते हैं उनसे अछूतों सा व्यवहार कलयुग के इस प्रथम चरण में जाने ये किसका है अपराध फिर भी डॉक्टर हैं करते रहते मानवता को बचाने का प्रयास। नीरज की कलम से... ©Niraj Srivastava #nirajkikalamse #Corona_Alert