प्यार जो अंदर है ,बाहर तो नहीं? तबीयत दुरुस्त है , लगता तो नहीं? दूर रहकर भी साथ निभा रहा था , ये इनायत उसकी , मोहब्बत तो नहीं? अंजुमन में वो घबरा रहा था , किसी के गम कि उसे ,आदत तो नहीं? तोहफे पे तोहफा दिए जा रहा था, ये रहमत उसकी ,वहशत तो नहीं? लड़ के जाने वाला ,लौट कर आ रहा था, ये आना उसका ,जरूर तो नहीं? प्रियंका चौहान शैरिल 12/5/2020 Anjana