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मेरी खामोशियों को , वो अल्फाज में बदल देती है, म

मेरी खामोशियों को  , वो अल्फाज में बदल देती है,
 मेरी ख्वाहिशों को , वो दुआ सी मान लेती है..
वह चाहती है मैं आसमान को छू लूं ,
जब मुझे दर्द होता है तो मेरी मां जी भर के रो लेती है..
   

#Arav...✍️ #Night
मेरी खामोशियों को  , वो अल्फाज में बदल देती है,
 मेरी ख्वाहिशों को , वो दुआ सी मान लेती है..
वह चाहती है मैं आसमान को छू लूं ,
जब मुझे दर्द होता है तो मेरी मां जी भर के रो लेती है..
   

#Arav...✍️ #Night