*प्रेम सदैव ढूंढ़ता रहा आंखों में प्रतीक्षा के उपरांत मिलन के अधखिले पुष्प का सौंदर्यबोध! अनुभूतियों के स्तर पर सहेजना चाहता है विरह की विषमता को अनुकूल करने के अधक प्रयास में स्वेद ग्रंथियों की सक्रियता से उभरी बूंदों का स्पर्श!🌹❣🌸 #love *प्रेम सदैव ढूंढ़ता रहा आंखों में प्रतीक्षा के उपरांत मिलन के अधखिले पुष्प का