अक्सर मैं, मैं को भूल जाती हूं.. हां मैं भी भुल कर जाती हूं.. जब तुम लगाते हो आवाज, कुकर की सीटी बंद करना भूल जाती हूं.. बच्चे जब कहते हैं मां, आई कहकर आई को भूल जाती हूं.. बजते ही कोई घंटी , आराम के घंटे भूल जाती हूं.. आती जब परीक्षा नजदीक खुद कलम उठाना भूल जाती हूं.. घर को संवारते हुए, संवरना ही भूल जाती हूं.. बन रीढ़ की हड्डी तुम सबकी, खुद को कहीं रख भूल जाती हूं.. हां मैं अक्सर भुल कर जाती हूं.. मैं, मैं को भूल जाती हूं.. #यूंहीबेख्यालीमें