फूल खिलते हैं कांटों के संग, कभी कुचले तो कभी मसले जाते ना छोड़ते अपना कर्म मर कर भी, ख़ुशबू सर्वत्र फैलाते रहते हम इंसान इंसानियत हमारा धर्म यहाँ, चलते फिर भी गलत राह पर सिखाते हैं फूल हमें यहीं, इंसान हो इंसान बनके जीना सीखो OPEN FOR COLLAB✨ #ATज़िन्दगीऔरफूल • A Challenge Aesthetic Thoughts! ♥️ इस खूबसूरत चित्र को अपने प्यारे शब्दों से सजाएं|✨ Transliteration: Zindagi un phoolo ki tarah hai (Life is like those flowers)