जय जवान, जय किसान छुट्टी(खुदाराम)- "मेरे प्यारे बच्चों, और जय इंसान! क्योंकि इंसान होना ही है, सबसे बड़ा काम! इंसान रहने पर ही मिलता है, सबको सुबह से शाम- आम के आम, गुटलियों के भी दाम! गर ड्यूटी में आ भी जाये, कितना भी मुश्किल काम! तो मन ही मन बोलो ✊जय छुट्टीराम🙏 फिर लगती है हर ड्यूटी आसान! हर मुश्किल का हो जाता काम-तमाम! अच्छा तो बच्चों अभी तो मैं जाता, छुट्टी के घँटा🔔 धाम! अपनी बेशर्त छुट्टी(ख़ुशी-प्रेम)👊😇 करता, मैं सबके नाम!" @बधाई हो छुट्टी की प्यारी मुक्की👊😇की🙏 #LalBahadurShastri #BadhaiHoChuttiKi छुट्टी(खुदाराम)- "मेरे प्यारे बच्चों, जय जवान, जय किसान और जय इंसान! क्योंकि इंसान होना ही है, सबसे बड़ा काम! इंसान रहने पर ही मिलता है, सबको सुबह से शाम- आम के आम, गुटलियों के भी दाम! गर ड्यूटी में आ भी जाये, कितना भी मुश्किल काम!