अधूरा रह जायेगा हर सिलसिला। मर गया मेरे अन्दर का मनचला हो ना जाए मेरे अंदर एक करबला।। लौट आ वापस तू इतना तो कर भला।। दिन ब दिन बढ़ता हुआ ये फ़ासला, कौन जाने कैसा है ये सिलसिला... #दिनबदिन #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi