जब भी मुलाकात होती थी वो ग़मो की किताब सामने रख दिया करते थे। वो तो हम ही थे जो चेहरे पर हंसी लाकर ग़मो को पिया करते थे। #काफ़िर #nojoto when you wrote a gazal and suddenly it got deleted then you feel real pain😂😂