Nojoto: Largest Storytelling Platform

तरसते हुए कंठ में उतरती हुई, पानी की एक बूंद सी, त

तरसते हुए कंठ में उतरती हुई, पानी की एक बूंद सी, तेरी एक झलक मुझे, रूह तलक़ डुबो जाती है।
ये असर भी तेरे इश्क़ का हुआ हैं मुझपर, जो तेरे दीदार के बिना, मेरी मौत भी आकर लौट जाती है। •●• जीएटीसी क्रिएटिविटी - ९ •●•
           《चैलेंज: ९》

कोलाॅब कीजिए २-८ पंक्तियाँ पृष्ठभूमि में लिखें। अपनी पूर्ण रचना को अधिकतम १६ पंक्तियों में अनुशीर्षक में लिखें। ( अनुशीर्षक में लिखने के लिये कोई भी बाध्यता नहीं है। )

आपकी पृष्ठभूमि की पंक्तियों को आप अनुशीर्षक में दोहरा सकते हैं। 

अनिवार्य हैशटैग:
तरसते हुए कंठ में उतरती हुई, पानी की एक बूंद सी, तेरी एक झलक मुझे, रूह तलक़ डुबो जाती है।
ये असर भी तेरे इश्क़ का हुआ हैं मुझपर, जो तेरे दीदार के बिना, मेरी मौत भी आकर लौट जाती है। •●• जीएटीसी क्रिएटिविटी - ९ •●•
           《चैलेंज: ९》

कोलाॅब कीजिए २-८ पंक्तियाँ पृष्ठभूमि में लिखें। अपनी पूर्ण रचना को अधिकतम १६ पंक्तियों में अनुशीर्षक में लिखें। ( अनुशीर्षक में लिखने के लिये कोई भी बाध्यता नहीं है। )

आपकी पृष्ठभूमि की पंक्तियों को आप अनुशीर्षक में दोहरा सकते हैं। 

अनिवार्य हैशटैग:
akankshagupta7952

Vedantika

New Creator

•●• जीएटीसी क्रिएटिविटी - ९ •●• 《चैलेंज: ९》 कोलाॅब कीजिए २-८ पंक्तियाँ पृष्ठभूमि में लिखें। अपनी पूर्ण रचना को अधिकतम १६ पंक्तियों में अनुशीर्षक में लिखें। ( अनुशीर्षक में लिखने के लिये कोई भी बाध्यता नहीं है। ) आपकी पृष्ठभूमि की पंक्तियों को आप अनुशीर्षक में दोहरा सकते हैं। अनिवार्य हैशटैग: