एक तस्वीर है मेरे पास जो हमदम से दूरी, करियर की मजबूरी, एक तस्वीर है पास जो,उसको देखकर इश्क़ करना आसान तो नही है... पैरों मे थकान आँखों मे नींद और सीने मे इश्क़ लेकर चलना आसान तो नही है .... दुनिआ से बैर, सांसों मे खींचाओ, हाथों मे रेखाओ का आभाव, लेकर चलना, आसान तो नही है... जीवन मे अंधेरा, दुर्गम होते पथ मे हाथो मे दीपक लेकर चलना, आसान तो नही है... अपनो का खींचाओ, और इश्क़ का पड़ाव, बिखरते अस्तित्वा को समेत कर चलना, आसान तो नही है.... ©Prem kumar gautam #AdhureVakya