वाणी में है ना जो मीठा सा वो तेरा ही दिया हुआ है ! मैं बोलता हूँ लोग समझते हैं उसका तू ही जरिया है ! हृदय से जुड़ना आश्चर्यजनक कैसा हर शब्द में मातृत्व की खनक जैसा ! अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। यह हमारी मातृभाषा ही होती है जिसके माध्यम से हम ज्ञान व चेतना का पहला पाठ पढ़ते हैं। मनुष्य सदैव अपनी मातृभाषा का ऋणी रहता है। #मातृभाषादिवस #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi