डर सबको लगता है पर ये उम्र लम्हों में सिमट जाये तो क़रार आये, बात बिगड़ी भी सेंवर जाये तो क़रार आये ! रातें महकी हो, चाँदनी में यहाँ बरसों तो क्या, कभी दिन में भी सुरूर आये, तो क़रार आये! दिल धड़कता है, तेरी याद में, हर लम्हा मेरा, उम्र भर यूँ ही, गुज़र जाये, तो क़रार आये! मय का मंज़र हो और जाम हो, लबों पे मेरे, और जी पीने से मुकर जाये, तो क़रार आये! आसमां छू के यहाँ बरसी ये घटायें अकसर कभी आसमां भी बरस जाये तो क़रार आये ! ©OMG INDIA WORLD ये उम्र लम्हों में सिमट जाये तो क़रार आये, बात बिगड़ी भी सेंवर जाये तो क़रार आये ! रातें महकी हो, चाँदनी में यहाँ बरसों तो क्या, कभी दिन में भी सुरूर आये, तो क़रार आये! दिल धड़कता है, तेरी याद में, हर लम्हा मेरा, उम्र भर यूँ ही, गुज़र जाये, तो क़रार आये! मय का मंज़र हो और जाम हो, लबों पे मेरे, और जी पीने से मुकर जाये, तो क़रार आये!