आज फिर याद मुहबबत की कहानी आई आज फिर याद चोट पुरानी आई मुददतो बाद मे यससर हुआ दरीया हम से मुददतो बाद हमे पियास बुझानी आआ चिखता शायर शाहबान मलिक चिखता शायर लिखता शायर