मेरा दिल बेचैन है, मैं हर दिन डूबते सूरज को देखती हूँ... डरती भी हूँ... सूरज कभी निकलना और डूबना नहीं भूलता... हम ऐसी कौन सी ज़िन्दगी जी रहे हैं की भगा भागी में वो ख़ास पल, ख़ास लोग खो जाते हैं, जिन्हे हम भूल जाते हैं मेरा दिल उन यादों के लिए बेचैन हैं जिनमे मैं उनकी फ़िर से ज़िन्दादिली देख सकूँ... savideep #nojoto#nojotohindi#savi#बेचैनियाँ