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चलो कहने पर तेरी आज फिर से राहे ए इश्क़ पर चलते है

चलो कहने पर तेरी आज फिर से राहे ए इश्क़ पर चलते हैं। 
जुदा होकर तो नहीं रह पाऊँगा,तुझ में ही समाकर मरते है। 
सुफियान"सिद्दीकी"
अररिया बिहार  ।

©SUFIYAN"SIDDIQUI" तुम मे ही समाकर मरते हैं। 

#walkingalone
चलो कहने पर तेरी आज फिर से राहे ए इश्क़ पर चलते हैं। 
जुदा होकर तो नहीं रह पाऊँगा,तुझ में ही समाकर मरते है। 
सुफियान"सिद्दीकी"
अररिया बिहार  ।

©SUFIYAN"SIDDIQUI" तुम मे ही समाकर मरते हैं। 

#walkingalone