नजरअंदाज कर मेरी हर एक कमी बन कर मेरे होठों की हसीं आना कुछ इस कदर, मुकम्मल हुआ हैं तुम्हारा जैसे मिला हो किसी बंजारे को घर का सहारा -साक्षी chauhan imperfectly perfect 2917❤️ #SongOfLove #nojoto love #nojoto poetry #nojoto shayri#nojoto #hindi_poetry #Hindi_Shayri #imperfectly perfect 2917 ❤️