वह रूसवा थी कुछ सोच रही थी मै सिर्फ तुम्हारी हू यह लिख रही थी मेरे अलावा किसी और को नही चाहती थी जाते जाते उसने अपनी कसम दी कसम की कसम दुआ नही हमे बदुआ दी वह मर के भि जिंदा है और हम जिते जी मर रहे है यह उनके कसम के नतिजे हम अपनी जिंदगी जि रहे है -------Tohid mulla #मेरीमोहब्बत