Nojoto: Largest Storytelling Platform

यूं तन्हा राहों पर अकेले चलते चलते थक सी गई हूं। थ

यूं तन्हा राहों पर अकेले चलते चलते थक सी गई हूं।
थोड़ा विश्राम कर लूं क्या ?
यूं मंजिल के पीछे भागते भागते ऊब गई हूं ।
सबकुछ यूं ही छोड़ दूं क्या ??
नही ।।
की कैसे छोड़ जाऊं मैं यूं ही इस तरह सबकुछ 
मेरे वजूद को ये मंजूर कहां।

©Listener's hut #तन्हा
#desperation
#उदासी

#Memories
यूं तन्हा राहों पर अकेले चलते चलते थक सी गई हूं।
थोड़ा विश्राम कर लूं क्या ?
यूं मंजिल के पीछे भागते भागते ऊब गई हूं ।
सबकुछ यूं ही छोड़ दूं क्या ??
नही ।।
की कैसे छोड़ जाऊं मैं यूं ही इस तरह सबकुछ 
मेरे वजूद को ये मंजूर कहां।

©Listener's hut #तन्हा
#desperation
#उदासी

#Memories