कोई त्रुटि तर्क-वितर्क करने से सत्य नहीं बन सकती और ना ही कोई सत्य इसलिए त्रुटि नहीं बन सकता हैं क्योंकि कोई उसे देख नहीं रहा| महात्मा गांधी.