कभी-कभी कभी-कभी कुछ पंछी, आजादी की चाह में कुछ इतना दूर उड़ जाते हैं, फिर आना भी चाहे लौट पर पता भूल जाते हैं। ©Priya Gour तृष्णाएं भटकाती हैं...✨ कभी आजादी जरूरी हैं कभी अंकुश...✨✨✨☕ #Twowords #18June 7:50