संकट सिंचित संक्रमण, विश्व वेदना त्रास सुरक्षा संगरोध से, निर्भय रह मन भाष यह संक्रमण संकट से भरा है, इसने पूरे विश्व को वेदना से त्रस्त कर रखा है, सुरक्षा केवल क्वारंटाइन से ही है, मन में निर्भयता का बोध रखें कोरोना, से भय न खाएं